खास बातें
- 2019 में, गर्भावस्था के पहले तीन महीनों के भीतर 77 प्रतिशत महिलाओं ने प्रसवपूर्व देखभाल में भाग लिया
- जिन लोगों की पहले तीन महीनों में देखभाल लेने की संभावना कम है, उनमें विदेशों में जन्मी महिलाएं और युवा महिलाएं शामिल हैं
- नियमित जांच से उच्च रक्तचाप और गर्भावस्था मधुमेह जैसी शुरुआती जटिलताओं को रोका जा सकता है
प्रसवपूर्व देखभाल का उद्देश्य गर्भवती महिला और उसके बच्चे दोनों के स्वास्थ्य में सुधार और बीमारी को रोकना है।
मेलबर्न में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बहुसांस्कृतिक केंद्र के कार्यकारी निदेशक, डॉ एडेल मर्डोलो का कहना है कि गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में एक स्वास्थ्य चिकित्सक को देखने से सकारात्मक मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य परिणाम मिलते हैं।
डॉ मर्डोलो समझाती हैं, ”जैसे ही आपको अपनी गर्भावस्था के बारे में पता चलता है तो यह महत्वपूर्ण है कि आप स्वास्थ्य चिकित्सक से सम्पर्क करें। और फिर उन नियमित प्रसवपूर्व देखभाल से स्वास्थ्य चिकित्सक को यह पता लगाने में मदद मिलती है कि क्या गर्भावस्था के दौरान किसी भी समस्या का कोई संकेत है।”
2019 में ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड वेलफेयर (AIHW) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, गर्भावस्था के पहले 10 हफ्तों के भीतर 55 प्रतिशत महिलाओं ने प्रसवपूर्व देखभाल में भाग लिया।
डॉ मर्डोलो का कहना है कि उपलब्ध नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि प्रवासी महिलाएं अन्य गैर-प्रवासी महिलाओं की तुलना में बहुत बाद में प्रसवपूर्व देखभाल प्राप्त करती हैं।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार की सिफारिश है कि महिलाओं को पहली प्रसवपूर्व देखभाल के लिये 10-सप्ताह की अवधि के भीतर ही चिकित्सव से सम्पर्क करना चाहिये लेकिन हम जानते हैं कि 20 सप्ताह के बाद भी, 20 प्रतिशत प्रवासी महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें प्रसव पूर्व देखभाल नहीं मिली है।Dr Adele Murdolo, Executive Director at Multicultural Centre for Women’s Health, Melbourne.
ये आंकड़े पूरे ऑस्ट्रेलिया से हैं, "लेकिन जब आप कुछ विशेष क्षेत्रों को देखते हैं जहां अधिक सामाजिक आर्थिक तौर पर कमी है, तो दरें और भी कम हैं," डॉ मर्डोलो ने कहा।
वह कहती हैं कि ऑस्ट्रेलिया में प्रवासी महिलाओं के कुछ समूह हैं जो वास्तव में प्रसवपूर्व देखभाल के लिये जाते ही नहीं हैं।

ऑस्ट्रेलिया में प्रवासी महिलाओं के कुछ समूहों को प्रसवपूर्व देखभाल नहीं मिलती है। Source: Getty / Getty Images/Dean Mitchell
जितनी जल्दी ऐसी किसी स्थिति या उस स्थिति के खतरे के बारे में पता चलता है, उतनी ही जल्दी पहले आप स्वयं उस के लिये काम कर सकते हैं, या स्वास्थ्य चिकित्सक गर्भावस्था में बाद की स्थिती और बच्चे के जन्म के लिए कुछ बहुत अच्छी तरह से सपोर्ट कर सकते हैं।डॉ मर्डोलो
एमांडा हेनरी न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय (UNSW) में प्रसूति और स्त्री रोग में एक एसोसिएट प्रोफेसर हैं और सिडनी में सेंट जॉर्ज पब्लिक हॉस्पिटल और रॉयल हॉस्पिटल फॉर विमेन में एक प्रसूति विशेषज्ञ हैं।
प्रो हेनरी कहती हैं, कि आदर्श रूप से पहली गर्भावस्था जांच, जो कि एक सामान्य चिकित्सक (जीपी) के साथ परामर्श, गर्भावस्था के पहले 10 सप्ताह के भीतर होनी चाहिए और निश्चित रूप से 14 वें सप्ताह से पहले होनी चाहिए।
वह कहती हैं कि गर्भावस्था में नियमित परीक्षणों में शामिल हैं:
- अल्ट्रासाउंड,
- रक्त और मूत्र परीक्षण, और
- अन्य परीक्षण जैसे सर्वीकल स्क्रीनिंग, रक्तचाप की जाँच, मानसिक स्वास्थ्य की जाँच
जब एक महिला को पहली बार पता चलता है कि वह गर्भवती है, तो अक्सर वह इसकी पुष्टि के लिए अपने जीपी के पास जाएगी, और... जीपी आमतौर पर एक प्रारंभिक मूल्यांकन करेगा।Amanda Henry, Associate Professor in Obstetrics and Gynaecology at UNSW.
इन प्रारंभिक आकलनों में आम तौर पर महिला के रक्तचाप की जांच करना शामिल होता है और क्या उसे ऐसी कोई स्वास्थ्य स्थिति है जो गर्भावस्था को प्रभावित कर सकती है।
जीपी इस पहली मुलाकात में कुछ रक्त और मूत्र परीक्षण का भी आदेश देगा।
फिर वे महिला के साथ सार्वजनिक और निजी देखभाल विकल्पों पर चर्चा करेंगे।
अल्ट्रासाउंड
गर्भावस्था में निम्नलिखित अल्ट्रासाउंड आम हैं:
* 8-9 सप्ताह: डेटिंग स्कैन
* 11-13 सप्ताह: पहली तिमाही स्क्रीन
* 18-20 सप्ताह: आकृति विज्ञान स्कैन
इसके अलावा अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड की सिफारिश उच्च जोखिम वाले गर्भधारण और/या बच्चे के विकास और स्वास्थ्य की जांच के लिए की जा सकती है।

नियमित जांच से शुरुआती जटिलताओं को रोका जा सकता है। Source: Getty / Getty Images/Chris Ryan
हालाँकि, कई महिलाओं का डेटिंग स्कैन और पहली तिमाही का स्कैन भी होता है।
डेटिंग स्कैन
यह प्रारंभिक स्कैन यह पता लगा सकता है कि गर्भावस्था कैसे आगे बढ़ रही है, और यह सही जगह पर है, या गर्भाशय के अंदर है, या नहीं- एक ऐसी स्थिति जिसे एक्टोपिक गर्भावस्था कहा जाता है।
प्रथम ट्राइमेस्टर स्कैन
प्रो हेनरी बताती हैं कि 11-13 सप्ताह पर किये गये स्कैन को अलग-अलग नामों से कहा जाता है: "न्यूट्रल ट्रांसलूसेंसी स्कैन", "फर्स्ट ट्राइमेस्टर स्क्रीनिंग स्कैन" या "अर्ली एनाटॉमी स्कैन”।
"उस अल्ट्रासाउंड का उद्देश्य संभावित गुणसूत्र यानि क्रोमोसोम समस्याओं की जांच करना है, विशेष रूप से डाउन सिंड्रोम में और बच्चे की मुख्य संरचनाओं पर एक प्रारंभिक नज़र रखना, जैसे कि बहुत प्रारंभिक मस्तिष्क विकास, गुर्दे, बहुत प्रारंभिक हृदय विकास।”
"यह 18 से 20 सप्ताह के स्कैन में और अधिक विस्तार से देखी जाने वाली बहुत सी चीजों को पहले से ही देखने का समय है।"

20 सप्ताह के स्कैन में बच्चे में सभी संरचनात्मक असामान्यताओं में से केवल 50-65 प्रतिशत का ही पता लगता है। Source: Getty / Getty Images/Karl Tapales
आकृति विज्ञान (मॉर्फोलॉजी) स्कैन
मॉर्फोलॉजी स्कैन एक अल्ट्रासाउंड स्कैन है जो बच्चे और उसके आस-पास कई अलग-अलग क्षेत्रों की जांच करता है, जिनमें निम्न शामिल हैं:
- sरीढ़ की हड्डी
- सिर और मस्तिष्क,
- उदर भित्ति,
- हृदय,
- पेट,
- गुर्दे और मूत्राशय,
- हाथ, पैर हाथ और पैर,
- नाल,
- गर्भनाल, और
- उल्बीय तरल पदार्थ
प्रो हेनरी कहती हैं, कि कुल मिलाकर, बच्चे में सभी संरचनात्मक असामान्यताओं में से केवल 50 से 65 प्रतिशत के बीच ही 20 सप्ताह के स्कैन में दिखेगा।
वह कहती हैं कि ऐसा एक भी परीक्षण, या परीक्षणों का एक संयोजन नहीं है, जो 100 प्रतिशत निश्चितता के साथ आश्वस्त कर सके कि बच्चा स्वस्थ होगा।
वैसे अच्छी प्रसवपूर्व देखभाल शुरुआती जटिलताओं का पता लगाने और उन्हें रोकने में मदद कर सकती है, और यहां तक कि कुछ मामलों में मृत जन्म को भी रोक सकती है, डॉ मर्डोलो कहती हैं।
स्टिलबर्थ का एक निश्चित प्रतिशत होता है जिसे बहुत ही सरल चीजों से रोका जा सकता है और जो माँ एक कर सकती हैं, और जो कि स्वास्थ्य चिकित्सक शुरुवात में ही कर सकते हैं।Dr Murdolo.
वह जोर देकर कहती हैं कि यह कुछ ऐसा है जो विशेष रूप से प्रवासी महिलाओं को प्रभावित करता है,।
"प्रवासी महिलाओं में आमतौर पर मृत जन्म की उच्च दर होती है, और कुछ समूह ऐसे होते हैं जिनमें मृत जन्म की दर बहुत अधिक होती है,"
जो महिलाएं अंग्रेजी नहीं बोलती हैं, वे अपनी प्रसवपूर्व देखभाल की अवधि के लिए दुभाषिए का अनुरोध कर सकती हैं।
प्रोटोकॉल प्रत्येक राज्य और क्षेत्र में भिन्न हो सकते हैं, लेकिन आम तौर पर जिन महिलाओं को दुभाषिया की आवश्यकता होती है, उन्हें अपॉइंटमेंट बुक करते समय प्रसवपूर्व क्लिनिक को बताना होगा।
टेलीफ़ोन दुभाषिया सेवा (फ़ोन 131 450) पूरे ऑस्ट्रेलिया में उपलब्ध है।